वो मौसम है .... मेरे दिल का टुकड़ा ही , मुझको छलता है ! जैसे कोई मौसम है , जो रोज़ बदलता है ! इक गुनाह माफ़ करती हूँ , आ...
______________________________________________________________" मैंने लिखे हैं , तमाम _ हाइकू /हाईगा /तांका / चोका /सेदोका /सॉनेट और कविताएँ :)"_____ डॉ. प्रतिभा स्वाति" __________________________________ ______________
wlcm
Wah kya BAAT hai Ji
ye jivan ka chakra to chalta hi rahega ji
बहुत खूब
thnx anuji & aziz sr
https://www.facebook.com/pratibha.sowaty.7
wlcm
ReplyDeleteWah kya BAAT hai Ji
ReplyDeleteye jivan ka chakra to chalta hi rahega ji
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeletewlcm
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