Tuesday 31 December 2013

9 वर्ष पर


  नए  साल  की / इस  बेला में !
मैं / वर्ष  पुराना याद  करूँ !
किसका / शुक्राना  कर दूँ ?
और नहीं / फ़रियाद करूँ !

कुछ बातें / सूरज  की  हैं !
चंदा  की / कुछ रातें  हैं !
मेरे दामन् में / गए साल की ,
कितनी ही / सौगातें  हैं !

संकल्पों की रंगोली / तो ,
नए साल में / पूरी  है !
गए साल की खुशबू ले ली ,
वरना साज़ /अधूरी  है !

नया - पुराना / चलता है सब !
आता पल / टलता  है  कब ?

कुछ / मुझमें भी कमियाँ हैं !
कुछ तो मेरी  / आदत  है !
शब्दों के इस महा-यज्ञ में ,
शामिल / मेरी आयत है ! 

साथ चलें हैं / अब तक हम !
कह दो / आने वाले पल से !
नेक इरादे / हुए सुद्रढ़  हैं ,
9 वर्ष के ,सम्बल/ कल से !
-------------------------------- सभी के लिए /   9 वर्ष,मंगलमय हो / देश में शांति रहे / भारत उन्नति करे !----------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति 



Saturday 28 December 2013

मन







  मेरा  हर ' हाईगा ' एक  कविता  का  मुखड़ा है :) 

Thursday 26 December 2013

हाइकू से तांका (3 rachna )





  

----------  इस  तरह ' हाइकू ' या ' हाईगा '  लिख  लेने के बाद , यदि हम  चाहें तब उसी बात को 7 -7 अक्षर की 2 लाइंस और  जोड़कर ' तांका ' की रचना कर  सकते  हैं ! क्यूंकि  ' हाइकू ' तो बीज  है / उसमे  अंकुरण  की अकूत समभावनाएँ  निहित  हैं !
----------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति



मैं ...


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  हम - तुम -वो !
कविता का विषय !
कुछ और हो !
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 मैं तो बूंद हूँ !
कभी सीप में मोती !
आँख में रोती !

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_________ कई बार पूरी कोशिश के बाद भी हम वो नहीं लिख पाते , जो चाहते हैं ! पर जो चाहते हैं उसे न लिखा हो ,ऐसा भी नहीं ! बस वक्त बदल जाता है :)

Wednesday 25 December 2013

अर्थों के फल

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ये / जंज़ीरें !
मुझे  ही  कब दिखी  हैं ?
हे / ईश्वर !
जो तुमने / मेरे ,
भाग्य  में  लिखी  हैं  !
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उन  फूलों  को देखती  हूँ !
उन काँटों  को  देखती  हूँ !
फिर / मुझको  क्यूँ गिला ?
की/ क्या - क्या नहीं मिला !
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फूल -सा मन / दिया !
खुशबू से महकते खयाल !
दिये बीज / शब्दों के !
उगाती  हूँ / रोज़ फ़सल !
पर / क्यूँ नही पकते ?
आजकल / अर्थों के फल ?
----------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति  

Saturday 21 December 2013

ख़ुशी तू आना


----------- ये डॉ . प्रार्थना पंडित का पेज है / उनके  ब्लॉग पोस्ट इसी पेज पर शेयर  होते हैं ! link -------
https://plus.google.com/b/115246196068268640490/115246196068268640490/posts

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https://plus.google.com/102216104998995633953/posts
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        ये मेरे पेज  का  link  है ! आप  देख रहे है न / पाठक के  बिना / लेखक का वज़ूद खत्म  तो नही होता ! पर  आने वाली नसलें ,जब  उसके दायित्व पर अंगुली उठाएंगी , तब ? ये मेरा खयाल है ! मेरी सोच है ! मेरी मंज़िल  जिधर है / बेशक़ मेरे रास्ते उसी तरफ़ का रुख करेंगे ! हो सकता है , इस सफ़र में मेरे अपने कम हों ! पर जो साथ है मेरी लेखक बिरादरी के नही , पर मेरे कद्रदान है / सच कहूँ तो ,इन्ही पाठको की हौसला अफज़ाई मुझे प्रेरित  करती रही है / 1 दशक से !




          fb  और g + पर पेज की अहमियत से इनकार नहीं  किया  जा सकता ! हमारे लेखन  की सार्थकता  ही तब है , जब  उसका  पाठक  हो !
            ब्लोगर्स  तो writers  हैं / आपस  का मेलजोल भी ज़ुरूरी  है ! पर  पाठक ? वो आम  इंसान है ! उसे दिशा  की ज़ुरूरत है ! लेखक , अपने  दायित्व को  कैसे नकार सकता है ? ओह / आप सबका बहुत  आभार ! आप  सब ' writers ' हैं ! आपके  इस जगत में आपने मुझे  शामिल कर रखा है ! पर इसी ' net ' पर 1 जहाँ और भी है ! ' आम पाठक ' उसके लिये / आपने  क्या सोचा है / इस मंच पर ? हो सकता है , आपका मार्गदर्शन मेरा पथ प्रशस्त कर जाए !
              -------------  thnx
--------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति 

Thursday 19 December 2013

मेरे चित्र :)























      penting  मुझे  आती  नहीं / पर  ललकता  तो है  मन ! तब मे अपने  हाइकू  के लिए इस तरह के  चित्र  बनाती  हूँ ! और  कभी  इस  तरह  के चित्र  बनाकर / फिर हाइकू बनाती  हूँ ! मेरा  मक़सद  कुछ बनाना है !
सार्थक - सा ! सकारात्मक -सा ! संदेशात्मक  हो ! 
ओह ! मै तो शुरू  ही हो जाती हूँ :)
------------------- thnx 
--------------------------------  डॉ . प्रतिभा  स्वाति
      

Wednesday 18 December 2013

fb से / कुछ post

            तब  मुझे हिंदी type  करना  बहुत  मुश्किल लगता था ! लेकिन  ख़यालों को ज़ाहिरात  k मौके मिल  ही जाते  हैं / मुझे  भी मिले :)   
       

     पर  ये खयाल / रात  ही को क्यूँ मचलते हैं ? fb पर off लाइन  रहकर मै लिखती थी / तब भी , और अब भी !




     11 मार्च को इसी ब्लॉग की स्थिति बयाँ करती ये पोस्ट भी  मुझे आज fb पर मिली !



       
          सीखने की ललक कभी कम  नहीं होती ! अब  मै सीख  रही हूँ स्निपिंग / कोई  भी काम नेक इरादों से किया जाए ! पूजा  की मानिंद ! तो  इबादत , इबारतों में तब्दील  होते कितनी  देर लगती है ? plz अपनी letest पोस्ट का link देते जाइये ! thnx 
----------------------------------  डॉ . प्रतिभा स्वाति
   

Monday 16 December 2013

डॉ. प्रार्थना पंडित

DR. PRARTHANA PANDIT: 2 कविताएँ ( link )




                          डॉ . प्रार्थना पंडित का ब्लॉग  बन गया है !
link  दी है / चूँकि इन 2 कविताओं को उनकी क़िताब के कवर पर स्केन करने में मुझे काफ़ी वक्त लगा !
                   उनके ब्लॉग का नीला रंग / पेज को direct पोस्ट करने की इज़ाज़त देता है ! अभी उनके ब्लॉग परिवार में मात्र 12 सदस्य हैं ! और मेरी list की वे सबसे
कम उम्र की होनहार writer हैं !
                     'नई-पुरानी हलचल ' और ' चर्चा-मंच ' पर मुझे नहीं / उन्हें show किया जाना चाहिए !
                    thnx





Sunday 15 December 2013

इनसे मिलिए

          उर्दू  अकादमी / भोपाल , में कवितापाठ  करते हुए -------- डॉ . प्रार्थना पंडित / इन्टर्न डेंटिस्ट हैं अभी :)

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 'धूप  का कहा ' डॉ . प्रार्थना का पहला प्रकाशित काव्य -संग्रह -------------




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'एक गीत ज़िन्दगी ' डॉ . प्रार्थना का दूसरा प्रकाशित काव्य - संग्रह ------ 



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काव्य - संग्रह का विमोचन  भोपाल में हुआ / चित्र उसी समय का है --------


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' धूप  का कहा ' से चुनी गई कविता / आपके सामने है !



वे और बशीर साहेब / एक -दूसरे की रचनाओं को सराह रहे हैं -- ?


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 ये इंदौर जिमखाना  क्लब में / मुनव्वर राना सा. के साथ / मंच पर ------- कार्यक्रम के संचालन का दायित्व निभाते  हुए ---- डॉ . प्रार्थना पंडित  
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शेष परिचय ---- इस तरह / :)





    इस पोस्ट को मै एडिट करती रहूंगी ! उनकी दोनों किताबो की चुनिंदा रचनाओ से वाकिफ़ करवाने के लिए मेरी टीम ( fb के कुछ मित्र ) ब्लॉग बना रहे हैं ! 
--------- thnx / 
--------------------  प्रस्तुति : डॉ . प्रतिभा स्वाति 


Friday 13 December 2013

1 प्रयोग ये भी














-------------  स्कैनर लिया तो एक नई बात सूझी की क्यूँ न ख़ुद ही के फ़ोटो पर ' haiga ' लिखूँ :)

Sunday 8 December 2013

स्त्री / :)











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स्त्री / और  संकट !
रहते हैं सदा ,
घुलमिलकर !
मिलजुलकर !
 नही छोड़ते ,
दोनों /यूँ ही ,
कभी साथ !
इक़ - दूसरे का हाथ !

वो खिलखिलाती  है !
 रोज़ , / ख़ुद से ,
सारे दुःख छुपाती है !

कभी / अगर ,
आंसू ,आ भी जाते हैं !
बड़ी खूबसूरती से ,
मुस्कुराती है!
 और / फिर / नए
 बहाने बनाती है !

कुछ नही चाहती !
बेटी / बहन / पत्नी / माँ !!
मानिये तो / सचमुच हाँ !!

निभाती कर्तव्य !
लुटाती  प्यार !
अरे ! अब ,
उसे भी दो ,
सम्मान / अधिकार !!
------------------------------ डॉ . प्रतिभा स्वाति
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Friday 6 December 2013

DR, PRATIBHA SOWATY: tanka / sedoka /choka: एकसाथ / सबकुछ :)


   अभी स्केन करते नही आता ये बताना है :) और ये भी की मैं ' योग - विशेषग्य ' हूँ :v  

Wednesday 4 December 2013

DR. PRATIBHA SOWATY: 12 'हाईगा '

DR. PRATIBHA SOWATY: 12 'हाईगा ': ( 12 haiga k liye is link ko click kijiye /plz )
                                                         
   12  ' haiga ' मेरे दूसरे ब्लॉग पर है ! जिसकी link उपर दी है !
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     इस  ब्लॉग की id / सस्पेंड होने से यह aumaticaly g + से जुड़ नही पाता !
  इस id से इस ब्लॉग पर पोस्ट डाली जा सकती है !
इसी ब्लॉग पर comments भी दे पाती hu ! पर g + वाले दोस्त क्या सोचते
होंगे ?
-------------- दूसरी id से कोशिश करती हूँ / लेकिन उस ब्लॉग पर
बहुत कम ब्लोगर्स हैं !
           ओह ! मै अपनी समस्या नही समझा पाई न ? sry
------------------------------------ डॉ . प्रतिभा स्वाति