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ये / जंज़ीरें !
मुझे ही कब दिखी हैं ?
हे / ईश्वर !
जो तुमने / मेरे ,
भाग्य में लिखी हैं !
----------
उन फूलों को देखती हूँ !
उन काँटों को देखती हूँ !
फिर / मुझको क्यूँ गिला ?
की/ क्या - क्या नहीं मिला !
--------
फूल -सा मन / दिया !
खुशबू से महकते खयाल !
दिये बीज / शब्दों के !
उगाती हूँ / रोज़ फ़सल !
पर / क्यूँ नही पकते ?
आजकल / अर्थों के फल ?
----------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
ये / जंज़ीरें !
मुझे ही कब दिखी हैं ?
हे / ईश्वर !
जो तुमने / मेरे ,
भाग्य में लिखी हैं !
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उन फूलों को देखती हूँ !
उन काँटों को देखती हूँ !
फिर / मुझको क्यूँ गिला ?
की/ क्या - क्या नहीं मिला !
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फूल -सा मन / दिया !
खुशबू से महकते खयाल !
दिये बीज / शब्दों के !
उगाती हूँ / रोज़ फ़सल !
पर / क्यूँ नही पकते ?
आजकल / अर्थों के फल ?
----------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
आ० बहुत अच्छा , आप की इस कृति को पढ़ के पुराने २ गीत याद आ गये , १ . जिंदगी कैसी है पहेली हाय ( फ़िल्म - आनंद - ) , २ . जिंदगी हँसने गाने के लिये है पल दो पल , इस गीत में बीच में ये अंतरे आते है , चले जैसे भी काम चला प्यारे , प्यारे तू गम न कर ( फ़िल्म - ज़मीर - ) मुझे भी कभी कदार कुछ उलझने होती है व कुछ प्रश्न उठते है , मगर प्रभु कृपा से तुरंत वो दुसरे गीत के अंतरे को याद करता हूँ , थोडा ज़्यादा लिखने के लिये कृपया छमा आदरणीय धन्यवाद
ReplyDelete|| जय श्री हरिः ||
ओहो ! आशीष भाई / ये ब्लॉग आपका अपना ब्लॉग है / औपचारिकता और संकोच की कोई ज़ुरूरत नही ! आपकी बात / मेरे लिए सौगात है ! आप इससे पहले वाली पोस्ट भी देख लीजिये/ lz
ReplyDeletekahi mujhse koi galti n ho jae / isliye
aapke comment ko apne page par / pramanptra ki tarah sahej liya h maene !
ReplyDelete---------- https://www.facebook.com/pages/Dr-Pratibha-sowaty/571032726249901?ref=hl
आप एनीमेशन को हाइगा में प्रस्तुत करने में माहिर हो गई हैं .एक के बाद एक सुन्दर हाइगा !
ReplyDeleteनई पोस्ट मेरे सपनो के रामराज्य (भाग तीन -अन्तिम भाग)
नई पोस्ट ईशु का जन्म !
ji sr / zurur
Deleteकल 27/12/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद!
ok / thnx yash ji
Deletenc post dr p
ReplyDeleteसुन्दर .......
ReplyDeletethnx / kaushal sr
Deleteaapke blog ko dekhkar man karta hai ki aapse blogging ke trick le lun......behtareen..........hutts off u.
ReplyDeleteu r alwz wlcm / abhishek ---------- mujhe khushi hogi / aapki help karke
DeletePratibha, Blog is also so beautiful and your poem also so meaningful.
ReplyDeleteoho / neeti ! wlcm ----------------- mujhe bahut khushihui / tumne blog dekha / post ki tareef ki / abhar
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