वो मौसम है .... मेरे दिल का टुकड़ा ही , मुझको छलता है ! जैसे कोई मौसम है , जो रोज़ बदलता है ! इक गुनाह माफ़ करती हूँ , आ...
______________________________________________________________" मैंने लिखे हैं , तमाम _ हाइकू /हाईगा /तांका / चोका /सेदोका /सॉनेट और कविताएँ :)"_____ डॉ. प्रतिभा स्वाति" __________________________________ ______________
साथ चलेंगे !खोलके दिल - द्वार !बात बनेगी !
बहुत खूब!!
thnx kavita g
sari line bahut achhe salike se likhi gayi hai very nice pratibha ji
" Shayad Ke Ye Zamaana Unhe Hi Poojne Lage.....Kuchh Log Iss Khayal Se Patthar Ke Ho Gaye...."ATI SUNDAR POST HAI DI...GOOD EVENING...
पावस रातठहर गई बातमन उदास
बात बनेगीफिर से होगा जिक्रना करो फिक्र
तनिक बेठोदो घडीं मेरे पास इत्ना दो हककि मन पुछं सके तुम हो क्यों उदास
THNX
nc
edit it
THNX 2 ALL :)
साथ चलेंगे !
ReplyDeleteखोलके दिल - द्वार !
बात बनेगी !
बहुत खूब!!
ReplyDeletethnx kavita g
ReplyDeletesari line bahut achhe salike se likhi gayi hai
ReplyDeletevery nice pratibha ji
" Shayad Ke Ye Zamaana Unhe Hi Poojne Lage.....
ReplyDeleteKuchh Log Iss Khayal Se Patthar Ke Ho Gaye...."
ATI SUNDAR POST HAI DI...GOOD EVENING...
पावस रात
ReplyDeleteठहर गई बात
मन उदास
बात बनेगी
ReplyDeleteफिर से होगा जिक्र
ना करो फिक्र
तनिक बेठो
ReplyDeleteदो घडीं मेरे पास
इत्ना दो हक
कि मन पुछं सके
तुम हो क्यों उदास
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ReplyDeleteTHNX 2 ALL :)
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