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दामन् से गिरे , चाँद - तारे सब .
बसी रह गई शबनम ही सही !
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दामन् से गिरे , चाँद - तारे सब .
बसी रह गई शबनम ही सही !
कोई दीवाना , गली में फिरता रहा ,
हो जाए , विसाले सनम ही सही !
_________________________ डॉ . प्रतिभा स्वाति
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