मैं / भूली नहीं हूँ
आग / आंधी / तूफ़ान !
सब कर रहे हैं /
अपना काम !
------------------------ मगर / मै
भूली नहीं हूँ !
शाम को -----
देहरी पे दिया रखना !
सूरज को विदा करना !
-------------- चाँद को / हैं / अब भी
कुछ गिले / शिकायतें !
वो आता है / कभी !
कभी नही आता !
----------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
ww
ReplyDeletenc animation with nc poetry
wah
ReplyDeletethnx
ReplyDeleteare wah nice animation & nc poety
ReplyDeletethnx
ReplyDeletevery good ji , thnx
ReplyDelete॥ jay shri hari ॥
j s h / :)
Deleteमकर संक्रांति की शुभकामनाऐं !
ReplyDeleteबहुत सुंदर !
oho / sr aapko bhi / shubhkamnae
Deleteसटीक प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार आदरणीया--
wlcm sr
DeleteSundar, Makar sankranti ki hardik Subhkamnaayein.
ReplyDeletethnx neeraj sr
Deleteबहुत खूब एहसास ...
ReplyDeletethnx sr
DeleteNo one forget U ..
Deleteoh/ wlcm sr
Deletewah
ReplyDeletethnx
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