मुझे मालूम है ....... आज "मदर्स -डे " नहीं है ............ पर क्या आपको मालूम है मेरी मां नही हैं ! मुझे रोज़ याद आती हैं ! मैं ख़ुश होकर कुछ लिखती हूँ और फिर रोती हूँ .... छुपकर ......... जाने कबसे .... जाने कब तक ....
------------------------ डॉ. प्रतिभा स्वाति