Monday 13 January 2014

मैं / भूली नहीं हूँ




        आग / आंधी / तूफ़ान !
      सब कर रहे  हैं /
 अपना  काम !

------------------------ मगर / मै 
                      भूली  नहीं  हूँ !
                   शाम को -----

 देहरी  पे दिया रखना !
सूरज को विदा करना !

-------------- चाँद को / हैं / अब भी 
कुछ गिले / शिकायतें !
वो  आता है / कभी !
कभी नही आता !
----------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति