वो मौसम है .... मेरे दिल का टुकड़ा ही , मुझको छलता है ! जैसे कोई मौसम है , जो रोज़ बदलता है ! इक गुनाह माफ़ करती हूँ , आ...
______________________________________________________________" मैंने लिखे हैं , तमाम _ हाइकू /हाईगा /तांका / चोका /सेदोका /सॉनेट और कविताएँ :)"_____ डॉ. प्रतिभा स्वाति" __________________________________ ______________
phhol se khushbu, fal se sehat, vayu se saashe, jal se pyas, sab ki raksha karo. kuch bhi kam howa means aadmi gaya kaam se....
hmmm
चेतन बीज !जो पाए वायु - जल !खिलेगा कल ! बी के
great job
hmmmm
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tut-ta kholbarse vayu jaluge fasal
देखकर अभी तो खाने का मन कर रहा है ...
ok / :)
OKKKKKKKKK / LE LIJIYE KAVITA :)
phhol se khushbu, fal se sehat, vayu se saashe, jal se pyas, sab ki raksha karo. kuch bhi kam howa means aadmi gaya kaam se....
ReplyDeletehmmm
ReplyDeleteचेतन बीज !
ReplyDeleteजो पाए वायु - जल !
खिलेगा कल !
बी के
great job
ReplyDeletehmmmm
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ReplyDeletetut-ta khol
ReplyDeletebarse vayu jal
uge fasal
देखकर अभी तो खाने का मन कर रहा है ...
ReplyDeleteok / :)
DeleteOKKKKKKKKK / LE LIJIYE KAVITA :)
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