__________ एक मौकापरस्त , विक्षिप्त , कायर और कंगाल समूह जो ठग ,चोर -डाकू और भिखारियों से भी बदतर है , वो है ' आतंकवादी ' विश्व के माथे पर मात्र एक कलंक ! हिंसक और धोखेबाज़ !
__________ असामाजिक अपारिवारिक ,लक्ष्यहीन ,दिशाहीन ,अपराधी ,देशद्रोही !
_________ जो भी हो मुझे आतंकवादियों को परिभाषित करने की कोई ज़ुरूरत महसूस नहीं होती ! हाँ ये" इन्सान की वो औलाद हैं , जो इन्सान प्रतीत नही होती " ----------------- जानवरों से भी इनकी तुलना नहीं की जा सकती !
________ इनकी उत्पत्ति असंतोष , वैमनस्य और मूर्खता के मिले- जुले तत्वों से हुई . ये यत्र - तत्र -सर्वत्र बड़े छुपे तौर पर हमारे बीच ही पाया जाने वाला उन्मादी नरपशु हैं , जिसे हम सामने होने पर भी पहचान नहीं पाते .
__________ इन्सान की शक्ल में पाए जाने वाले ये दरिन्दे बेहद शातिर ,चालक और नकारात्मक बुद्धिमत्ता के मालिक होते हैं . इनके आकाओं ने इन्हें भ्रमित किया होता है .ना सिर्फ़ देश अपितु विश्व ,समूची मानव जाति के लिए ये आतंकी कीड़ा बड़ा घातक है . इससे निज़ात के लिए तुरंत कोई कारगर उपाय ज़ुरूरी है , हर हाल में ,हर कीमत पर विश्व को इससे मुक्त कराना होगा !
मेरा ख्याल है आज रात तक मै अपनी पूरी बात कह पाऊँगी / गिव मी अ ब्रेक ........प्लीज़
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__________ असामाजिक अपारिवारिक ,लक्ष्यहीन ,दिशाहीन ,अपराधी ,देशद्रोही !
_________ जो भी हो मुझे आतंकवादियों को परिभाषित करने की कोई ज़ुरूरत महसूस नहीं होती ! हाँ ये" इन्सान की वो औलाद हैं , जो इन्सान प्रतीत नही होती " ----------------- जानवरों से भी इनकी तुलना नहीं की जा सकती !
________ इनकी उत्पत्ति असंतोष , वैमनस्य और मूर्खता के मिले- जुले तत्वों से हुई . ये यत्र - तत्र -सर्वत्र बड़े छुपे तौर पर हमारे बीच ही पाया जाने वाला उन्मादी नरपशु हैं , जिसे हम सामने होने पर भी पहचान नहीं पाते .
__________ इन्सान की शक्ल में पाए जाने वाले ये दरिन्दे बेहद शातिर ,चालक और नकारात्मक बुद्धिमत्ता के मालिक होते हैं . इनके आकाओं ने इन्हें भ्रमित किया होता है .ना सिर्फ़ देश अपितु विश्व ,समूची मानव जाति के लिए ये आतंकी कीड़ा बड़ा घातक है . इससे निज़ात के लिए तुरंत कोई कारगर उपाय ज़ुरूरी है , हर हाल में ,हर कीमत पर विश्व को इससे मुक्त कराना होगा !
मेरा ख्याल है आज रात तक मै अपनी पूरी बात कह पाऊँगी / गिव मी अ ब्रेक ........प्लीज़
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मोदी जी पाकिस्तान से तो उरी हमले का बदला लीजिये ही, पर पहले 2 गोली उस हाईकोर्ट के जज को मार दो जिसने सेना के पैलेट गन इस्तेमाल करने पर रोक लगाई है , फिर 2 गोली चैनल वालों को मार दो जो आतंकवादियों को मासूम नौजवान कहते है, 2 गोलियां नेताओं को मार दो जो आतंकवादियों के लिए मानवाधिकार की बात करते है , 2 गोलियाँ उस फिल्म निर्माता को मार दो जो हैदर जैसी आतंकवाद समर्थित फिल्मे बनाता है, और अंत मे 2 गोलियां वकीलों को मार दो जो आतंकीयो के लिए निशुल्क केस लड़ते है। इन लोगो को मारे बगैर सीमा पर जवान भेजना व्यर्थ है।
वन्दे मातरम्।।
वन्दे मातरम्।।
देश पर हमला हो गया लोग नाम बदल कर ऐकांतवास में पडे रहना चाहते हैं। यह नाम बदलने का जुगाड़ भी बडिया है । ऐसा करो नक्सलीयों और आतंकवादियों का नाम बदल कर पाकिस्तानी फोज रख दो और जब भी कोई आतंकी नक्सली मारा जाए खबर बनवा लो कि हमने पाकिस्तानी सैनिक मार दिए । मुस्लिम इलाकों को तुम पहले से पाकिस्तान कहते हो । अब वहां कत्लेआम करने पर उसे पाकिस्तान पर फतह कहकर खबर छपवाओ।और हां ये जो हिंदू नाम के जासूसी में पकडे जाते है कुछ पैसों के लालच मे इनका भी नाम बदल दो। यह नाम बदलने से सब समस्या हल हो जाएगी । विकास के नाम पर आकड़ों मे हेराफेरी बहुत कर चुके अब मंदी का नाम विकास कर दो । अपने हिजडेपन का नाम बहादुरी । वैसे भी यह कोई मुश्किल नहीं आपके लिए आपने तो भुगोल इतिहास तक बदल डाला है । और हां जानवर का नाम बदल कर इंसान कर दो ताकी आने वाले लोग आपको इंसान समझ सकें।
ं अपने देश हिंदूस्तान में ही ......उन्हें हिंदू आतंकवादी और हिंदू जेहादी कहा गया था और इसका नतीजा ये हुआ ये था की ऐसा कहने के कारण बाला साहब ठाकरे से वोट देने का अधिकार छीन लिया गया था और कई वर्षों तक उनके वोट डालने पे बैन लग गया था
जिस देश में अपने देशभक्त लोगों पे कार्यवाही की जाती हो दुश्मन देश के लिए उस देश के लोग आज किस मूंह से पाकिस्तान को जवाब देने की बात करते हैं ????
अपने घर के अंदर मौजूद साँपों का फन तो कुचला नहीं जाता बाहरवालों का क्या ख़ाक कुचलेंग
हमारे देश के प्रत्येक नेता ने कुर्सी पर बैठकर जनता के साथ औऱ देश के साथ सिर्फ गद्दारी की है बस
जिस देश में अपने देशभक्त लोगों पे कार्यवाही की जाती हो दुश्मन देश के लिए उस देश के लोग आज किस मूंह से पाकिस्तान को जवाब देने की बात करते हैं ????
अपने घर के अंदर मौजूद साँपों का फन तो कुचला नहीं जाता बाहरवालों का क्या ख़ाक कुचलेंग
हमारे देश के प्रत्येक नेता ने कुर्सी पर बैठकर जनता के साथ औऱ देश के साथ सिर्फ गद्दारी की है बस
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