:)
आसमां ने लगा दिया डिठौना
और चाँद आ गया संवर कर !
आरती लिए आ गईं सुहागिने ,
देखिये अपने घरों की छत पर !
ज़रा देर से आया ,सकुचाया भी
मुझे देखकर ज़रा मुस्काया भी !
सब सो गए लगा बतियाने चाँद
मुझे सुलाने के खोजे बहाने चाँद !
अच्छा पूछूं इक बात बताओगे ?
जाने क्यूँ लगा सकपकाने चाँद !
बताओ मावस पे कहाँ जाते हो ?
सवाल सुनके लगा शरमाने चाँद :)
__________________________ डॉ.प्रतिभा स्वाति
आसमां ने लगा दिया डिठौना
और चाँद आ गया संवर कर !
आरती लिए आ गईं सुहागिने ,
देखिये अपने घरों की छत पर !
ज़रा देर से आया ,सकुचाया भी
मुझे देखकर ज़रा मुस्काया भी !
सब सो गए लगा बतियाने चाँद
मुझे सुलाने के खोजे बहाने चाँद !
अच्छा पूछूं इक बात बताओगे ?
जाने क्यूँ लगा सकपकाने चाँद !
बताओ मावस पे कहाँ जाते हो ?
सवाल सुनके लगा शरमाने चाँद :)
__________________________ डॉ.प्रतिभा स्वाति
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