वो मौसम है .... मेरे दिल का टुकड़ा ही , मुझको छलता है ! जैसे कोई मौसम है , जो रोज़ बदलता है ! इक गुनाह माफ़ करती हूँ , आ...
______________________________________________________________" मैंने लिखे हैं , तमाम _ हाइकू /हाईगा /तांका / चोका /सेदोका /सॉनेट और कविताएँ :)"_____ डॉ. प्रतिभा स्वाति" __________________________________ ______________
BAHOT HI BEHTARIN POST...GOOD NIGHT DI....
gn8 ashok bhai
jaisa karoge waisa bharoge......... julm kiya hai tou shanti kaise milege
:
hmmm
BAHOT HI BEHTARIN POST...GOOD NIGHT DI....
ReplyDeletegn8 ashok bhai
ReplyDeletejaisa karoge waisa bharoge......... julm kiya hai tou shanti kaise milege
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ReplyDeletehmmm
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