Wednesday, 12 February 2014

3 / पोस्ट

            आज  आम इंसान बड़ी जल्दी में है ! उसे फ़ुर्सत कम है ! हर व्यक्ति अपने बारे में फिक्रमंद है ! दूसरों से बेपरवाह !
                वक्त की कमी है या वक्त की ज़ुरूरत , जो भी हो ! लंबी कविताएँ डायरी में मुस्कुराती हैं ! मै उन्हें समझाती हूँ , कि वक्त आने पर ज़ुरुर ब्लॉग पर दूंगी ! किसी अख़बार या मैगज़ीन में भी ! हो सका तो काव्य- संग्रह ही प्रकाशित करवा दूंगी :)
                   और फिर उस रचना से 2 लाईन निकालकर , उसे किसी चित्र के साथ आम पाठक तक पहुंचा देती हूँ ! अपने पेज और अपने group के माध्यम से !----------- पाठक भी ख़ुश / और मै भी !


    













13 comments:

  1. बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...

    ReplyDelete
  2. बस वतन ही है मेरा
    पर ऐतराज है मेरा नहीं है चूंकी :)
    बाकी बहुत सुंदर है :)

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर .. सभी पल लाजवाब हैं ...

    ReplyDelete
    Replies
    1. This comment has been removed by the author.

      Delete
  4. कल 17/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
    धन्यवाद !

    ReplyDelete
  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...

    ReplyDelete
  6. agar aap urdu main likhain to main bhi comment doon ga

    ReplyDelete
  7. plz write in eng or urdu

    ReplyDelete