वक्त की कमी है या वक्त की ज़ुरूरत , जो भी हो ! लंबी कविताएँ डायरी में मुस्कुराती हैं ! मै उन्हें समझाती हूँ , कि वक्त आने पर ज़ुरुर ब्लॉग पर दूंगी ! किसी अख़बार या मैगज़ीन में भी ! हो सका तो काव्य- संग्रह ही प्रकाशित करवा दूंगी :)
और फिर उस रचना से 2 लाईन निकालकर , उसे किसी चित्र के साथ आम पाठक तक पहुंचा देती हूँ ! अपने पेज और अपने group के माध्यम से !----------- पाठक भी ख़ुश / और मै भी !
sahi kaha h aapne dr. d
ReplyDeletethnx
Deleteबहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...
ReplyDeletethnx sr
Deleteबस वतन ही है मेरा
ReplyDeleteपर ऐतराज है मेरा नहीं है चूंकी :)
बाकी बहुत सुंदर है :)
ji sr
Deleteबहुत सुन्दर .. सभी पल लाजवाब हैं ...
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Deleteकल 17/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...
ReplyDeleteagar aap urdu main likhain to main bhi comment doon ga
ReplyDeleteplz write in eng or urdu
ReplyDeleteoh / its very dificult for me sr
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