वो मौसम है .... मेरे दिल का टुकड़ा ही , मुझको छलता है ! जैसे कोई मौसम है , जो रोज़ बदलता है ! इक गुनाह माफ़ करती हूँ , आ...
______________________________________________________________" मैंने लिखे हैं , तमाम _ हाइकू /हाईगा /तांका / चोका /सेदोका /सॉनेट और कविताएँ :)"_____ डॉ. प्रतिभा स्वाति" __________________________________ ______________
बहुत सुंदर लिख डाला :)
oh / sr bahut -2 abhari hu
कल 13/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर धन्यवाद !
oh /tnx yash ji
जिसकी कल्पना ही इतनी सुंदर है वास्तव में वह समाधि कैसी अद्भुत होगी...
aabhar anita ji
wah
thnx
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thnx ji
बहुत सुन्दर और प्रभावी..
thnx sir / आभार
बहुत सुंदर लिख डाला :)
ReplyDeleteoh / sr bahut -2 abhari hu
Deleteकल 13/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद !
oh /tnx yash ji
Deleteजिसकी कल्पना ही इतनी सुंदर है वास्तव में वह समाधि कैसी अद्भुत होगी...
ReplyDeleteaabhar anita ji
Deletewah
ReplyDeletethnx
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ReplyDeleteबहुत सुन्दर और प्रभावी..
ReplyDeletethnx sir / आभार
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