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सचमुच / ये ,
तय कर लिया , इसे कहते हैं ' आलस्य'!
है / मैंने !
पूछूंगी / ज़ुरुर ,
मिलने आएगा , कॉपी पेस्ट के लिये क्षमाप्रार्थी
जब वो आज !!
कहाँ जाता है वो ?
आख़िर क्या है ,
हर अमावस ,
उसके / यूँ
*
*
गायब होने का राज़ !!!
-------------------------- --- डॉ . प्रतिभा स्वाति
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सचमुच / ये ,
तय कर लिया , इसे कहते हैं ' आलस्य'!
है / मैंने !
पूछूंगी / ज़ुरुर ,
मिलने आएगा , कॉपी पेस्ट के लिये क्षमाप्रार्थी
जब वो आज !!
कहाँ जाता है वो ?
आख़िर क्या है ,
हर अमावस ,
उसके / यूँ
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गायब होने का राज़ !!!
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बहुत ख़ूबसूरत
ReplyDeleteप्रतिभा जी
आपने कमेन्ट के जरिये एक प्रश्न पूछा था , उसका जवाब मैंने मेल कर दिया है कृपया अपना मेल इन्बाक्स चेक कर ले , धन्यवाद
ji / thnx / ashish bhai
Deleteअमावस के दिन
ReplyDeleteचांदनी के साथ
किसी सिनेमा हाल
में फिल्म देखने
केलिये जाता है
बस इतना ही
पता है क्योंकि
जगह का नाम
नहीं बताता है !
ok sushil sr
Deleteये ही तो चालाकी है उसकी ... जब आएगा तो सम्मोहित कर लेगा ... पूछना भूल जाते हैं सब उससे ...
ReplyDeleteji r / yahi ho raha h / yugo se
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