# DR. PRATIBHA SOWATY #: चाँद: ------ mera 2nd blog
रात भर ,
करता रहा ,
वो फ़रियाद !
रात ख़ामोश !
सितारे चुप !!
मै भी आख़िर
, क्या देती जवाब ?
जब लिया ,
हाथों में चाँद
पोछ दिया!
उसके
माथे का दाग ! ( पूरी कविता k लिये link दी है / कष्ट के लिये क्षमा )
रात भर ,
करता रहा ,
वो फ़रियाद !
रात ख़ामोश !
सितारे चुप !!
मै भी आख़िर
, क्या देती जवाब ?
जब लिया ,
हाथों में चाँद
पोछ दिया!
उसके
माथे का दाग ! ( पूरी कविता k लिये link दी है / कष्ट के लिये क्षमा )
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