'गीत ' सच पूछा जाए तो मुझे अच्छे लगते हैं !शुरुआत के दिनों में तमाम बाल - गीत लिखे ! जिन्हें 'नई दुनिया ' बच्चो के कालम में प्रकाशित करता रहा ! अब भी मनी ऑर्डर की पर्चियाँ सहेजकर रखती हूँ , कि तब मै गीत लिखा करती थी ! कहानी लिखती थी ! फिर हाइकू
लिखने लगी ! मुझे वर्णिक छंद पसंद हैं ये बात नही !
सच कहूँ तो मात्रिक छंद बड़े कठिन लगते हैं !:)
_______ और वही बात फ़िर से type करना , बेहद उबाऊ महसूस होता है :)
-------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
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ये ' रोज़ -डे ' पर लिखा था ! हाँ , मै फूलों को तोड़े जाने के ख़िलाफ़ हूँ ! :)
--------------------------- ये बात फिर कभी !
लिखने लगी ! मुझे वर्णिक छंद पसंद हैं ये बात नही !
सच कहूँ तो मात्रिक छंद बड़े कठिन लगते हैं !:)
_______ और वही बात फ़िर से type करना , बेहद उबाऊ महसूस होता है :)
-------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
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ये ' रोज़ -डे ' पर लिखा था ! हाँ , मै फूलों को तोड़े जाने के ख़िलाफ़ हूँ ! :)
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v nc
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ReplyDeletenc
ReplyDeletelajvab
ReplyDeletethnx
Deleteसच है .. किसने हक दिया उसे लेन दें का ...
ReplyDeleteसंवेदनशील रचना ..
wlcm sr
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