एक वाक्य जो कभी असत्य या अप्रासंगिक नहीं होता - ' ज़माना बदल गया है " सच तो ये है कि बदलाव प्राक्रतिक है और सहज अस्वीकार बहुत स्वाभाविक :) समझदारी समय के साथ सामंजस्य स्थापित करने में है ! जो काम पहले कागज़ पर होते थे / अब नेट के ज़रिये हो रहे हैं ---------- जी / ज़माना बदल गया है :) ----------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
Published on Feb 21, 2016
ReplyDeleteएक वाक्य जो कभी असत्य या अप्रासंगिक नहीं होता - ' ज़माना बदल गया है "
सच तो ये है कि बदलाव प्राक्रतिक है और सहज अस्वीकार बहुत स्वाभाविक :)
समझदारी समय के साथ सामंजस्य स्थापित करने में है ! जो काम पहले कागज़ पर होते थे / अब नेट के ज़रिये हो रहे हैं ---------- जी / ज़माना बदल गया है :)
----------------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति