मीरा -----
एक शब्द या संज्ञा नहीं / सम्पूर्ण समर्पण का नाम है ! जब भी , जहाँ भी क्रष्ण होते हैं , वहां .... मीरा भी हैं ! पर जहाँ मीरा हैं ....... वहां / सिर्फ़ ' क्रष्ण ' ही हैं !
भक्ति के परिप्रेक्ष्य में वे चमकता हुआ सितारा हैं ! किन्तु अफ़सोस ... उस समय ,जो दर्द / संत्रास / पीड़ा / अवमानना / विरोध / प्रतिकूलता / द्रोह /लांछन ....... जो / उन्हें भुगतना पड़े ! क्या उसकी वजह सिर्फ़ उनका --- ' नारी ' होना था ?
--------------- मीरा पर चर्चा ज़ुरूरी नहीं / पर उन्हें समझने के लिये , आपके मन का मीरा होना अनिवार्य है !
---------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
एक शब्द या संज्ञा नहीं / सम्पूर्ण समर्पण का नाम है ! जब भी , जहाँ भी क्रष्ण होते हैं , वहां .... मीरा भी हैं ! पर जहाँ मीरा हैं ....... वहां / सिर्फ़ ' क्रष्ण ' ही हैं !
भक्ति के परिप्रेक्ष्य में वे चमकता हुआ सितारा हैं ! किन्तु अफ़सोस ... उस समय ,जो दर्द / संत्रास / पीड़ा / अवमानना / विरोध / प्रतिकूलता / द्रोह /लांछन ....... जो / उन्हें भुगतना पड़े ! क्या उसकी वजह सिर्फ़ उनका --- ' नारी ' होना था ?
--------------- मीरा पर चर्चा ज़ुरूरी नहीं / पर उन्हें समझने के लिये , आपके मन का मीरा होना अनिवार्य है !
---------------------------- डॉ . प्रतिभा स्वाति
thnx
ReplyDeletethnx
ReplyDeleteबढ़िया संदेश व रचना , आदरणीय धन्यवाद !
ReplyDelete॥ जय श्री हरि: ॥
आभार / आशीष भाई
ReplyDeletewah
ReplyDeletewah
ReplyDeletethnx
ReplyDeleteu r right
ReplyDeletegood job
ReplyDeletethnx 2 all / :)
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